तुम
तन्हाई मे लिखा मजमून
महफिल मे गीत बन जाता है
आईने मे देखा दर्द
तुम्हारे आखो मे मोहब्बत बन जाता है
फुलों का शबाब
विरानगी मे शराब बन जाता है
रात का चांद
दिन मे अक्स बन जाता है
आकाश छूट जाता है
तब बादल आसू बन जाते है
जिंदगी के टुकडे तुमसे दुर जाते है
तब ख्वाब बन जाते है
ख्वाबो मे रहकर
तुम जिंदगी बन जाते हो..
जिंदगी मे रहकर
तुम एक ख्वाब बन जाते हो..
महफिल मे गीत बन जाता है
आईने मे देखा दर्द
तुम्हारे आखो मे मोहब्बत बन जाता है
फुलों का शबाब
विरानगी मे शराब बन जाता है
रात का चांद
दिन मे अक्स बन जाता है
आकाश छूट जाता है
तब बादल आसू बन जाते है
जिंदगी के टुकडे तुमसे दुर जाते है
तब ख्वाब बन जाते है
ख्वाबो मे रहकर
तुम जिंदगी बन जाते हो..
जिंदगी मे रहकर
तुम एक ख्वाब बन जाते हो..
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