पहला दिन

तुम्हारे संग हसना इब्तिदा थी
तुम्हारे बिन मुस्कुराना इंतेहा है

तुम्हारे संग खामोशी गीत थी
तुम्हारे बिन खामोशी अमीत है

तुम्हारे संग मधुर नज्म थी
तुम्हारे बिन नज्म अयुग्म है

तुम्हारे संग शाम शुरूआत थी
तुम्हारे बिन शाम एक अंत है

तुम्हारे संग चांदणी बिंदिया थी
तुम्हारे बिन चांदणी बुझता दिया है

तुम्हारे संग जिंदगी,
तुम और
तुम्हारी बाते थी

तुम्हारे बिन जिंदगी,
सिर्फ तुम और
तुम्हारी बाते है

टिप्पण्या

या ब्लॉगवरील लोकप्रिय पोस्ट

Atheist having spiritual experience

महाराष्ट्रदिन

चूक