आजाद राष्ट्र

आजाद हो गये कुछ राष्ट्र
कुछ राष्ट्र लोकतांत्रिक हो गये
कुछ लोकतांत्रिक हुकुमशाह बन गये
और कुछ.. मुहाजिर बन गये.....

मासुम थे लोग
आजादी का जश्न मना रहे थे
असल मे वे
आजाद राष्ट्रों के कैदी थे
आजाद राष्ट्रोंने मिलकर

कुछ पहचाने मिटा दी
जिंदा लाश को दो गज जमीन
मिल ना पायी

कल तक शांत हसमुख थी
बौद्ध मुद्रा
आज खौफजदा उदास
बन गयी


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