इत्तेफाक
चुराया तुने दिल और चोर मै बना
बारीश तुने लायी अब मोर मै बना खामोशीयों के किस्से सुने थे लाखो
सन्नाटा तेरा था अभी शोर मै बना
रात ढलते ढलते रात हो गयी यहा
तुने पलके झपकी पर भोर मै बना
कोसो दुर गया है वक्त भी घडी से
तुने दुरी बनाई लेकीन दोर मै बना
कभी यादों के पन्ने जालाती थी तू
तेरी ओर सास है दुजी ओर मै बना
विवेकसे बिछड के तो चली गयी तू
इत्तेफाक, शादी तेरी शौहर मै बना
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