तेरेबिना

तेरे बिना जिंदगी
एक मौत खौफनाक
मुझे तो बनना है
तेरी हर एक अदा का पर
मुझे गिला है
अफ्ताब के, चॉद के, मेरे बेबस होने पर
तेरी यादोंने लिखा है तेरा नाम
मेरे अश्कों के, दुऑओ के
मेरे इब्तिदा के घर पर
तेरी हर मिनट की आखरी सास
अगली मिनट की पहली सास
अब यही तो है मेरी आरजु मेरी आस
क्योकी
तेरेबिना जिंदगी
एक मौत खौफनाक
तेरेबिना डर लगता है    
इन्ह शेरो-शायरी का
लब्जों के परायेपन का
पर आजकल
बादलों को भी खबर नही बारिश की
और मुझेभी नही देनी खबर मेरे महोब्बत की
तेरा होनाही है जन्नत का सफर
तुझे देखनाही है खुदा का मिलन
तु है तो रातभी लगती है
रोशनी के बाग की चमकती कली
तु नही तो ये दिनभी लगता है
मुर्झे हुये बुंदों की बद्सुरत नदी..
क्योकी
तेरेबिना जिंदगी
एक मौत खौफनाक
इस मौत को भी होता है साया
और मै आशिक अकेला...
तो आ जल्दी और
बन जा मेरा भी साया…


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