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2019 पासूनच्या पोेस्ट दाखवत आहे

अनाज की चोरी

मेरा पिछवाडा दिवार के कोने इतना सार्वजनिक हो गया है कोई भी आकर थुकता है मुतता है.. मेरे से अब शराफत की उम्मिद मत रखना और शरीफ बनना ही क्यों है? अगर कल का खूनी आज थानेदार बन सकता है कल का गधा आज सरदार बन सकता है तो याद रखना शराफत का कोई भविष्य नही है... और ऐसे भी जो शराफत खुद के पेट की भूख मिटा नही सकती ऐसे शराफत से दूर चोर बनना ही ठीक है और तुम भी कमाल करते हो... मेरे जैसे चोर की पिटाई करते हो और हरे भरे सावकारों को सर पे बिठाते हो.. ऐसा करने के बाद भी अगर तुम शरीफ हो तो ऐसे शराफत से दूर चोर बनना ही ठीक है

भय है मेरा

सुबह अखबार से रात मे न्युज़ चॅनलों से राष्ट्रवाद पढ रहा हूँ ये भय है मेरा तुम्हारे राष्ट्रवाद से डरता हूँ रास्ते मे गाय दिख जाये तो प्रणाम करता हूँ हर एक झंडे को मै सलाम करता हूँ राष्ट्रगान की धुन सुनाई दे मै वही खडा रहता हूँ ये भय है मेरा तुम्हारे राष्ट्रवाद से डरता हूँ भूखमरी को मै झूठा साबित करता हूँ रामलीला पर बैठे बुढों को मै राष्ट्रद्रोही कहता हूँ नुक्कडपर बेकार युवाओं को विकास दर समझाता हूँ ये भय है मेरा तुम्हारे राष्ट्रवाद से डरता हूँ 26 जनवरी, 15 अगस्त को दिलोजान से भारत माता की जय चिल्लता हू जो चिल्लता नही उसे मा बहन की गाली देता हूँ ये भय है मेरा तुम्हारे राष्ट्रवाद से डरता हूँ मै डरपोक हूँ सीमापर शहिद नही हो सकता लेकीन ऐसे ही कही पुल टुट जाये या कही इमारत गिर जाये मै मरने के लिये तयार हूँ ये भय है मेरा तुम्हारे राष्ट्रवाद से डरता हूँ