अनाज की चोरी

मेरा पिछवाडा
दिवार के कोने इतना
सार्वजनिक हो गया है
कोई भी आकर थुकता है मुतता है..

मेरे से अब
शराफत की उम्मिद मत रखना

और शरीफ बनना ही क्यों है?
अगर कल का खूनी
आज थानेदार बन सकता है
कल का गधा
आज सरदार बन सकता है
तो याद रखना
शराफत का कोई भविष्य नही है...

और ऐसे भी
जो शराफत खुद के पेट की भूख
मिटा नही सकती
ऐसे शराफत से दूर चोर बनना ही ठीक है

और तुम भी कमाल करते हो...
मेरे जैसे चोर की पिटाई करते हो
और हरे भरे सावकारों को
सर पे बिठाते हो..
ऐसा करने के बाद भी
अगर तुम शरीफ हो
तो ऐसे शराफत से दूर चोर बनना ही ठीक है

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